क्रेडिट कार्ड क्या होता है? (Credit Card Kya Hota Hai)

क्रेडिट कार्ड प्लास्टिक या मेटल से बना आयताकार कार्ड होता है। यह डेबिट कार्ड (एटीएम कार्ड) के जैसा ही दिखता है। इसे सरकारी और प्राइवेट बैंक जारी करते हैं। 

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सामान खरीदने और सर्विस के पेमेंट के लिए किया जा सकता है। हालांकि, इसकी कुछ शर्तें होती हैं। आमतौर पर क्रेडिट कार्ड का 40 दिन का बिल साइकल होता है। इस दौरान कोई ब्याज़ नहीं लगता है। 

हालांकि, इसके लिए ज़रूरी है कि उस दुकानदार के पास क्रेडिट कार्ड के जरिए पैसा लेने की सुविधा हो। क्रेडिट कार्ड से कैश भी लिया जा सकत है। हालांकि, इसकी ब्याज़ दर काफी ज़्यादा होती है। 

क्रेडिट कार्ड की खास बातें

क्रेडिट कार्ड के लिए ज़रूरी योग्यता

क्रेडिट कार्ड लेने के लिए ज़रूरी डॉक्युमेंट

क्रेडिट कार्ड कैसे ले सकते हैं?

आप आम तौर पर तीन तरीके से क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं।

  1. आप किसी भी बैंक की वेबसाइट या उसके मोबाइल ऐप पर जाकर शर्तें, सर्विस चार्ज और ब्याज दर जानने के बाद अपनी ज़रूरत के हिसाब से क्रेडिट कार्ड का चुनाव करें। 

  2. आमतौर पर क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के दौरान पैन कार्ड नंबर देना होता है। इसके बाद, बैंक आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करती है। इस दौरान आपके नंबर पर एक ओटीपी मिलता है।

  3.  इसे आपको वेबसाइट या ऐप में डालना होगा।

  4.  क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट लिमिट अप्रूव होने के बाद आपको आगे की प्रोसेस के लिए बैंक स्टेटमेंट,आधार कार्ड वगैरह देना पड़ सकता है। 

  5. एक हफ्ते से महीने भर के भीतर आपको क्रेडिट कार्ड और उसका पिन नंबर अलग-अलग कूरियर से आपके पते पर भेज दिया जाता है। आप चाहें तो ऑनलाइन भी क्रेडिट कार्ड का पिन जनरेट कर सकते हैं। इसके अलावा आप वर्चुअल क्रेडिट कार्ड भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

आप चाहें, तो बैंक के एजेंट के जरिए क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आपके पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड और कंपनी के नाम जैसी कुछ जानकारी लेने के बाद एजेंट कंफर्म करेगा कि आपको क्रेडिट कार्ड मिल सकता है या नहीं। 

साथ ही, आप यह भी पता कर सकते हैं कि क्रेडिट लिमिट कितनी होगी। किसी एजेंट से प्रोसेस शुरू करने से पहले पक्का कर लें कि वह फर्जी न हो।

इसके अलावा, सीधे बैंक जाकर भी आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। 

Unbilled Amount और Outstanding amount में क्या फ़र्क होता है?

मान लें कि आपका क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट हर महीने के 5 तारीख को बनता है। इसका मतलब है कि इसमें वे सभी लेन-देन(ट्रांजैक्शन) शामिल होंगे जो इसके पिछले महीने के 6 तारीख से इस महीने के 5 तरीख तक किया गया है। इन सभी खर्च को ‘Outstanding amount’ कहते हैं। 

इनमें शामिल हो सकते हैं:

वहीं, जिस महीने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट बना है उस महीने के 5 तारीख के बाद कार्ड से किया गया ट्रांजैक्शन और Outstanding amount दोनों को जोड़ने पर यह Unbilled amount के तौर पर दिखेगा।

Conclusion

क्रेडिट कार्ड से करीब 40 दिनों के लिए उधार लिया जा सकता है। हर क्रेडिट कार्ड की एक क्रेडिट लिमिट होती है। इस लिमिट से ज्यादा खर्च क्रेडिट कार्ड से नहीं किया जा सकता है। क्रेडिट लिमिट व्यक्ति की कमाई, क्रेडिट स्कोर वगैरह से तय होती है। क्रेडिट कार्ड का ब्याज दर करीब 16 प्रतिशत होती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - FAQs

ज़रूरी नहीं है कि क्रेडिट कार्ड आपके पास हो। आप इसकी डुप्लिकेट कॉपी अपने मोबाइल में रख सकते हैं। इसमें सभी जानकारी होती है। इसका इस्तेमाल आप ऑनलाइन पेमेंट वगैरह करने के लिए कर सकते हैं।

नहीं, क्रेडिट कार्ड लेने के लिए आपका उस बैंक में खाता होना जरूरी नहीं है। हालांकि, आपका सैलरी अकाउंट किसी प्राइवेट या सरकारी बैंक में होना ज़रूरी है।

फिलहाल, रूपे क्रेडिट कार्ड से यूपीआई पेमेंट की सुविधा मिलती है।

ऐसी स्थिति में बेहतर होगा कि आप ‘minimum amount’ पेमेंट कर दें। यह total amount या Outstanding amount का 5 से 10% तक होता है। बची हुई राशि अगले महीने में जुड़ जाता है। हालांकि, इस राशि पर आपको ब्याज देना होगा।

तीन तरीके से क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट किया जा सकता है:

  • ऑटो-डेबिट: इस विकल्प का चुनाव करने पर आपके अकाउंट से अपने-आप पेमेंट हो जाता है।
  • मैन्युअल-डेबिट: आप बैंक की वेबसाइट पर जाकर बिल का पेमेंट कर सकते हैं।
  • थर्ड पार्टी पेमेंट: आप चाहें तो अमेजन पे या क्रेड जैसे थर्ड पार्टी ऐप के जरिए क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट कर सकते हैं।

Was this information useful?

300 characters allowed (alphanumeric and special characters such as comma, full stop, @, ", &)

Thank you. Your feedback is important to us.