क्या आप कारोबारी हैं और अपना कारोबार बढ़ाना चाहते हैं? क्या आप प्रोफेशनल हैं और स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं? अगर आप पूंजी के अभाव में अपने सपने पूरे नहीं कर पा रहे हैं, तो मुद्रा योजना के तहत आज ही लोन के लिए आवेदन करें और बिना गारंटी, 10 लाख तक का लोन पाएं.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) छोटे कारोबारियों को बैंक से लोन दिलाने के लिए भारत सरकार की लोकप्रिय योजना है. इसे मुद्रा लोन भी कहा जाता है. वित्त वर्ष 2019-2020 में 6 करोड़ 22 लाख से ज़्यादा कारोबारियों ने इस योजना का लाभ उठाया है.
एनएसएसओ सर्वे (2013) के मुताबिक भारत में 5.77 करोड़ छोटे कारोबार चल रहे हैं. यह सेक्टर 10 करोड़ लोगों को रोजगार देता है. मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इस सेक्टर को मजबूत बनाना जरूरी है.
मुद्रा योजना में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है. इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए नन बैंकिंग फायनांस कंपनी (NBFC) और माइक्रोफाइनांस इंस्टिच्यूट (MFIs) को 25 बीपीएस कम ब्याज दर पर लोन देने की व्यवस्था की गई है.
आमतौर पर कारोबार बढ़ाने के लिए, तरूण कैटगरी के तहत लोन दिए जाते हैं. वहीं कम पूंजी से शुरू होने वाले कारोबारों के लिए शिशु कैटगरी के तहत लोन दिए जाते हैं.
मुद्रा लोन पर ब्याज की दर और नियम अलग-अलग बैंकों के लिए बदल सकते हैं. एसबीआई की ब्याज दर कम से कम 9.75 फीसदी है. वहीं, पीएनबी की दर 9.60 फीसदी से ज़्यादा है. लोन को तीन से पांच साल में ईएमआई के रूप में बैंकों को लौटाना होता है. कारोबारी के पिछले क्रेडिट और कारोबार के टर्नओवर के हिसाब से ब्याज दर या ईएमआई की अवधि तय की जाती है.
(यहां पर अलग-अलग बैंक में लगने वाले ब्याज दर और अन्य शर्तें का टेबल दे सकते हैं)
कृषि और कॉरपोरेट को छोड़कर सभी सेक्टर के कारोबारी मुद्रा लोन का फायदा ले सकते हैं. यह योजना रोजगार देने वाले सभी तरह के कारोबारों के लिए है.
मुद्रा योजना के तहत आप किराए पर गाड़ी चलाने के लिए लोन ले सकते हैं. इनमें लोगों की सवारी या सामान ढ़ोने के लिए इस्तेमाल होने वाली गाड़ियां शामिल हैं. आप लोन लेकर व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा, टैक्सी या बाइक खरीद सकते हैं.
अगर आप ब्यूटीशियन हैं और अपना ब्युटी पार्लर या सैलून खोलना चाहते हैं, तो मुद्रा योजना के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके साथ ही, आप जिम, टेलरिंग, ड्राई क्लिनिंग, साइकिल और मोटरसाइकिल मरम्मत की दुकान, डीटीपी और फोटोकॉपी की दुकान, मेडीसीन की दुकान और कूरियर सेवा जैसे काम शुरू करने के लिए भी मुद्रा लोन ले सकते हैं.
पापड़, अचार, जैम बनाने से लेकर मिठाई की दुकान खोलने तक और छोटे फूड स्टॉल, कोल्ड स्टोरेज, बर्फ बनाने, बिस्कुट, ब्रेड या बन का कारोबार शुरू करने के लिए भी मुद्रा लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है.
हैंडलूम, पावरलूम, खादी से जुड़े कारोबार, परंपरागत या कंप्यूटराइज्ड एंब्रायडरी, हैंड वर्क, ट्रेडिशनल डाइंग, प्रिंटिंग, अप्रेरिअल डिजाइन, बुनाई, बैग बनाने, गाड़ियों और फर्नीचर के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़ों जैसे कई तरह के छोटे कारोबारों के लिए मुद्रा योजना के तहत लोन मिलते हैं.
दुकान या व्यापार को बढ़ाने के लिए भी इस योजना के तहत 10 लाख तक का लोन मिल सकता है. इसके साथ ही, योजना के तहत छोटे उद्योगों के लिए मशीन खरीदने के लिए भी लोन दिए जाते हैं.
कृषि से जुड़े कारोबारों जैसे कि मछली पालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन और डेयरी से लेकर फूड प्रोसेसिंग के लिए भी मुद्रा योजना के तहत लोन मिलता है.
सरकारी, प्राइवेट, विदेशी, सहकारी, और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के साथ ही NBFC या MFIs की नजदीकी शाखा में लोन के लिए आवेदन दिए जा सकते हैं. आप चाहें तो, ऑनलाइन आवदेन भी कर सकते हैं. जिस बैंक में पहले से खाता हो वहीं लोन के लिए आवेदन करना चाहिए. आप मुद्रा लोन की वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं.
(ऑनलाइन आवेदन का तरीका जानें- नई स्टोरी लिख सकते हैं)
आवेदन के लिए अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है. बैंक अधिकारी आपसे इन दस्तावेजों की मांग कर सकते हैं.
ध्यान दें:
मुद्रा लोन से जुड़ी जानकारी पाने के लिए टोल फ्री नंबर 1800 180 11 11 या 1800 11 0001 पर संपर्क कर सकते हैं. इसके साथ ही अलग-अलग राज्यों के लिए विशेष नंबर भी जारी किए गए हैं. जिसे यहां पर देख सकते हैं.
अगर कोई बैंक अधिकारी मुद्रा लोन देने से मना करता है, तो इसकी शिकायत उस बैंक के उच्च अधिकारी से की जा सकती है.
Thank you. Your feedback is important to us.