प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत जो लोन मिलते हैं, उन्हें मुद्रा लोन के नाम से जाना जाता है। मुद्रा (MUDRA) का मतलब माइक्रो-यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रीफाइनेंस एजेंसी (Micro-Units Development and Refinance Agency) होता है। इस योजना के तहत आप शिशु, किशोर और तरुण कैटेगरी के आधार पर ₹50,000 से ₹10 लाख तक के बिज़नेस लोन ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) या मुद्रा लोन 2015 में शुरू की गई थी ताकि गैर-कृषि, गैर-कॉर्पोरेट छोटे या सूक्ष्म उद्यमों को ₹10 लाख तक के लोन उपलब्ध कराए जा सकें। इस योजना का उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को आसान बिज़नेस लोन दिलाना है, क्योंकि इनको अक्सर लोन जुटाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
ये लोन व्यापार शुरू करने या व्यापार के विस्तार के लिए इस्तेमाल किये जा सकते हैं।
शुरुआत से अब तक PMMY के तहत 12 लाख करोड़ रुपये के लोन बांटे जा चुके हैं।
मुद्रा योजना के तहत जो व्यापर कवर किए गए हैं, वे निम्नलिखित हैं -
मशीनरी/उपकरण के लिए मुद्रा वित्त का उपयोग ट्रैक्टर, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, ट्रॉली, टिलर, माल परिवहन वाहन, 3-व्हीलर, ई-रिक्शा आदि जैसे वाणिज्यिक परिवहन वाहनों को खरीदने के लिए किया जा सकता है।
सर्विस सेक्टर में व्यापार शुरू करना जैसे सैलून, जिम, कपड़े की दुकान, दवा दुकान, मरम्मत की दुकान, ड्राई क्लीनिंग और फोटोकॉपी की दुकानें आदि।
खाद्य और वस्त्र उत्पाद क्षेत्र की गतिविधियों में पापड़, आचार, आइस क्रीम, बिस्किट, जैम, जेली और मिठाई का उत्पादन शामिल है, साथ ही ग्रामीण स्तर पर कृषि उपज का संरक्षण।
दुकानें स्थापित करना, सेवा उद्यम, व्यापारिक और गैर-कृषि आय सृजन गतिविधियाँ भी मुद्रा लोन के लिए पात्र हैं।
माइक्रो यूनिट इक्विपमेंट फाइनेंसिंग प्रोग्राम: अधिकतम लोन राशि 10 लाख रुपये
कृषि-संबंधित गतिविधियाँ: कृषि क्लिनिक और कृषि व्यवसाय केंद्रों, खाद्य और कृषि प्रसंस्करण इकाइयों, पोल्ट्री फार्मिंग, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, छँटाई, पशुपालन, ग्रेडिंग, एकत्रीकरण कृषि उद्योग, डेयरी, मत्स्य पालन आदि से संबंधित गतिविधियाँ।
मुद्रा लोन के तहत निम्नलिखित बिज़नेस शामिल हैं -
खाद्य उत्पाद उद्योग (फ़ूड इंडस्ट्री)
परिवहन वाहन जो माल और यात्रियों दोनों को ले जाते हैं (ट्रांसपोर्ट)
सामुदायिक, सामाजिक और व्यक्तिगत सेवा गतिविधियाँ (सर्विस सेक्टर)
दुकानदार और व्यापार लोन
कपड़ा उद्योग और गतिविधियाँ
कृषि-संबंधित कार्य
माइक्रो यूनिट्स इक्विपमेंट फाइनेंसिंग योजना
मुद्रा लोन योजनाएँ तीन प्रकारों की होती हैं: तरुण, किशोर और शिशु।
योजना |
राशि |
शिशु |
₹50,000 तक |
किशोर |
₹50,000 से ₹5 लाख तक |
तरुण |
₹5 लाख से ₹10 लाख तक |
मुद्रा योजना लोन का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिसमें नौकरी सृजन और आय सृजन शामिल हैं। मुद्रा लोन प्राप्त करने के मुख्य कारण कुछ इस प्रकार हैं -
दुकानदारों, व्यापारियों, विक्रेताओं और अन्य सेवा-संबंधित गतिविधियों के लिए व्यापार लोन
छोटे व्यापारिक इकाइयों के लिए उपकरण वित्तपोषण
मुद्रा कार्ड का उपयोग करके वर्किंग कैपिटल लोन प्राप्त करना
परिवहन वाहनों के लिए लोन
कृषि-संबंधित गैर-कृषि आय सृजन गतिविधियाँ जैसे पोल्ट्री फार्मिंग, मधुमक्खी पालन, मछली पालन आदि के लिए मुद्रा लोन पात्र हैं
लोग ट्रैक्टर, टिलर, या दोपहिया वाहनों का वाणिज्यिक उपयोग करने वाले लोग
एप्लीकेशन फॉर्म mudra.org.in पर उपलब्ध है, जहाँ से आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं और सभी ज़रुरी जानकारी भर सकते हैं। अलग-अलग बैंकों की आवेदन प्रक्रिया थोड़ी-थोड़ी अलग हो सकती है। अपने पसंदीदा बैंक के नज़दीकी शाखा में जाएं और आवेदन फॉर्म और अन्य बैंक की ज़रूरी औपचारिकताएँ पूरी करके जमा करें।
आप बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जहाँ आपको सही तरीके से भरा हुआ आवेदन फॉर्म और ऋणदाता द्वारा मांगे गए दस्तावेज़ जमा करने होंगे। जब ऋणदाता जमा किए गए दस्तावेज़ों से संतुष्ट हो जाएगा, तो लोन मंजूर कर लिया जाएगा और लोन की राशि आपके बताए गए बैंक खाते में 7-10 दिनों के अंदर जमा कर दी जाएगी।
निचे हमने आवेदन प्रक्रिया को संक्षेप में समझाया समझाया है -
स्टेप 1: सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी आवश्यक दस्तावेज़ मौजूद हों। मुख्य दस्तावेज़ हैं पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, और व्यवसाय का प्रमाण।
स्टेप 2: किसी भी मुद्रा योजना में शामिल ऋणदाता के पास जाएं और आवेदन फॉर्म भरें।
स्टेप 3: आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
मुद्रा लोन भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है जिनके पास सेवा क्षेत्र, व्यापार या निर्माण गतिविधियों के लिए अपने खुद के व्यापार योजनाएँ हैं और जिन्हें ₹10 लाख तक की राशि की ज़रूरत है।
मुद्रा लोन के लिए आवेदनकर्ता को निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी -
उम्र: आयु 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए
कौन ले सकता है मुद्रा लोन: नए और मौजूदा यूनिट्स लोन ले सकते हैं
सुरक्षा या गारंटी: कोई गारंटी या तृतीय-पक्ष सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती
मुद्रा लोन देने वाले योग्य संस्थान: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, माइक्रोफाइनेंस संस्थाएँ, और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आवश्यक दस्तावेज़: पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण, आवेदन फॉर्म और पासपोर्ट साइज़ फोटो
मुद्रा लोन के ब्याज दर आवेदक की प्रोफाइल पर निर्भर करते हैं। मुद्रा लोन सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के कई बैंकों से उपलब्ध होते हैं। सभी ऋणदाता कुछ दिशानिर्देशों का पालन करते हैं, और अंतिम ब्याज दर ऋणदाता ही तय करते है। यह फैसला आवेदक की व्यापारिक आवश्यकताओं की पूरी जांच के बाद किया जाता है।
मुद्रा लोन के लिए निम्नलिखित कागज़ों की आवश्यकता होती है -
दस्तावेज़ |
प्रकार |
---|---|
आवेदन फॉर्म |
लोन की श्रेणी के आधार पर सही तरीके से भरा हुआ आवेदन फॉर्म |
पहचान प्रमाण |
आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आदि |
पते का प्रमाण |
बिजली बिल, टेलीफोन बिल आदि जैसी युटिलिटी बिल, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, आदि |
फोटोग्राफ |
आवेदक के 2 पासपोर्ट साइज फोटो |
जाति प्रमाण पत्र |
यदि लागू हो |
अन्य दस्तावेज़ |
उन वस्तुओं या आइटमों का कोटेशन जिसे व्यापार के लिए खरीदा और उपयोग किया जाना है |
मुद्रा लोन की महत्वपूर्ण विशेषताएँ और लाभ निम्नलिखित हैं -
छोटे व्यवसाय और स्टार्ट-अप को वित्तीय सहायता मिल सकती है।
छोटे व्यापार लोन कम ब्याज दर पर उपलब्ध हैं।
सरकार उधारकर्ता की क्रेडिट गारंटी लेती है, इसलिए यदि उधारकर्ता उधार ली गई राशि वापस नहीं कर पाता, तो नुकसान सरकार सहन करेगी।
खाद्य विक्रेता, दुकानदार और अन्य छोटे व्यापार मालिक इस कार्यक्रम से लाभ उठा सकते हैं।
यह योजना उन क्षेत्रों में आर्थिक सहायता प्रदान करती है जहां लोगों के पास बुनियादी बैंकिंग सेवाओं की पहुंच नहीं है।
इस योजना की पुनर्भुगतान अवधि सात साल तक हो सकती है।
महिला उधारकर्ता कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त कर सकतीं हैं।
विशेष ऋणदाताओं के माध्यम से रीफाइनेंस कार्यक्रम भी उपलब्ध हैं।
माइक्रो क्रेडिट स्कीम उन व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है जो माइक्रो-उद्यम गतिविधियों के माध्यम से आय उत्पन्न करना चाहते हैं।
मुद्रा लोन योजना सरकार की "मेक इन इंडिया" अभियान के साथ मिलकर काम करती है, जिसका उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, निवेश को प्रोत्साहित करना, कौशल विकास में सुधार करना और देश में सर्वश्रेष्ठ विनिर्माण ढांचे का निर्माण करना है।
इस योजना के तहत किसी भी प्रकार की गारंटी या सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती।
इस योजना के तहत ली गई राशि का उपयोग केवल व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
हाल ही में भारतीय सरकार ने घोषणा की कि मुद्रा शिशु श्रेणी आत्मनिर्भर अभियान के तहत कुछ लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र होगी। लाभ निम्नलिखित हैं:
मुद्रा शिशु श्रेणी के उधारकर्ता ₹1,500 करोड़ तक की राहत के लिए पात्र होंगे।
मुद्रा शिशु उधारकर्ताओं को ₹1,500 करोड़ की ब्याज सब्सिडी मिलेगी।
भारत सरकार पहले 1 साल के लिए उनके ब्याज दर पर 2% की छूट देगी।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत मुद्रा योजना महिलाओं की उद्यमिता को प्रोत्साहित करती है। योजना के तहत प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों, एनबीएफसी और माइक्रो फाइनेंस संस्थानों को गारंटी मुक्त बिज़नेस लोन कम या रियायती ब्याज दरों पर दिए जाते हैं।
महिला उद्यमियों के लिए मुद्रा योजना के अंतर्गत अधिकतम लोन राशि ₹10 लाख है, जिसकी पुनर्भुगतान अवधि 5 साल तक हो सकती है। महिला उद्यमियों के लिए स्वीकृत लोन राशि पर प्रसंस्करण शुल्क और अग्रिम भुगतान शुल्क या तो बहुत कम या बिल्कुल नहीं लिया जाता।
मुद्रा लोन एक प्रकार का टर्म लोन है, जिसमें एक समूह या व्यक्ति, व्यवसाय के विस्तार, इन्वेंटरी खरीद और अन्य उद्देश्यों के लिए धन प्राप्त कर सकता है।
बैंक से प्राप्त की जा सकने वाली अधिकतम लोन राशि ₹10 लाख है।
हाँ, यदि आप मुद्रा लोन के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको पिछले दो वर्षों का आईटीआर दिखाना पड़ेगा।
मुद्रा लोन गैर-कॉर्पोरेट छोटे व्यापार वर्ग के लिए बनाए गए हैं, जिसमें लाखों साझेदारी फर्म और एकल स्वामित्व वाले व्यवसाय शामिल हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा क्षेत्र इकाइयों, छोटे उद्योगों, छोटे निर्माण इकाइयों, सब्जी या फल विक्रेताओं, मरम्मत की दुकानों आदि के रूप में काम करते हैं, वे भी मुद्रा लोन ले सकते हैं।
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