FD के बारे में जानें

फिक्स्ड डिपॉजिट या FD क्या होता है?

अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा सुरक्षित रहे और उस पर अच्छा ब्याज भी मिले, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) यानी FD एक बेहतरीन विकल्प है। फिक्स्ड डिपॉजिट इन्वेस्टमेंट का एक ऐसा तरीका है जिसमें रिस्क कम रहता है।

फिक्स्ड डिपॉजिट में आप एक अमाउंट अपने हिसाब से एक टेन्योर के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं और आपको उसपर ब्याज दिया जाता है। इसे हिंदी में निश्चित जमा योजना भी कहा जाता है।

FD का मतलब क्या होता है?

फिक्स्ड डिपॉजिट अपने पैसों को इन्वेस्ट करने और बढ़ाने  का एक तरीका है जो बैंक और फाइनेंसियल और नॉन फाइनेंसियल संस्थान देते हैं। बैंक में FD का मतलब है – एक निश्चित अवधि (Tenure) के लिए तय ब्याज दर पर पैसा निवेश करना। 

इसके बारे में कुछ बिंदु नीचे दिए गए हैं -

FD कितने प्रकार के होते हैं?

बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा कई प्रकार के फिक्स्ड डिपॉजिट विकल्प प्रदान किए जाते हैं, जिससे ग्राहक अपनी ज़रूरतों और अपनी निवेश राशि के अनुसार निवेश कर सकते हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड डिपॉजिट और उनके विवरण दिए गए हैं।

प्रकार

विशेषताएँ

रेगुलर एफडी (Regular FD)

  • निवेश का नियमित रूप

  • उपयोगकर्ता एक विशेष समय अवधि के लिए नकद निवेश कर सकते हैं

  • निश्चित ब्याज दर की पेशकश

  • उच्च ब्याज दरें

टैक्स सेविंग एफडी (Tax-Saving FD)

  • कई बैंक यह सेवा प्रदान करते हैं

  • कर छूट ₹1.5 लाख प्रति वर्ष तक

  • राशि को 5 साल की लॉक-इन अवधि समाप्त होने तक वापस नहीं लिया जा सकता

  • एक बार में पैसे जमा करना होता है 

मानक एफडी (Standard FD)

  • निश्चित अवधि

  • पूर्व-निर्धारित ब्याज दर

  • अवधि सात दिन से दस साल तक होती है

  • बचत खातों की तुलना में उच्च ब्याज दरें

संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट (Cumulative FD)

  • संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट का ब्याज केवल तब दिया जाता है जब खाता परिपक्व होता है। 

  • ग्राहकों को नियमित अंतराल पर ब्याज प्राप्त करने की अनुमति नहीं होती। 

  • संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट पर अर्जित ब्याज परिपक्वता पर संयोजित होता है और मूलधन के साथ भुगतान किया जाता है। 

  • इस प्रकार, प्रत्येक वर्ष अर्जित ब्याज को अलग से नहीं, बल्कि मूलधन में जोड़ा जाता है।

गैर-संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट (Non-cumularive FD)

  • ब्याज नियमित अंतराल में दिया जाता है

  • एफडी की अवधि एक से पांच साल तक भिन्न होती है

  • नियमित ब्याज वितरण के लिए, ग्राहक परिपक्वता पर एक कम राशि के लिए पात्र होगा

  • उनके लिए उपयुक्त है जिन्हें ब्याज के रूप में आय का एक सुसंगत स्रोत चाहिए

बैंक डिपॉजिट (Bank Deposits)

बचत खातों वाले उपभोक्ताओं को बैंकों द्वारा पेश किया जाता है। ब्याज दरें उन लोगों की तुलना में कम हैं जो गैर-बैंक वित्तीय संस्थानों द्वारा पेश की जाती हैं।

कंपनी डिपॉजिट (Company Desposits)

एनबीएफसी अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली कंपनियों को उच्च ब्याज दर प्रदान करते हैं।

सीनियर सिटीजन एफडी (Senior Citizen FD)

60 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए। अन्य एफडी की तुलना में, यह उच्च ब्याज दर और लचीली अवधि प्रदान करता है।

FD खाता कैसे खोलें?

सभी कमर्शियल बैंक और कुछ NBFC( नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी) और HFC(हाउसिंग फाइनेंस कंपनी)( भी इंडिया में फिक्स्ड डिपॉजिटका आप्शन देते हैं।अगर आप बैंक के अलावा NBFC या HFC में FD करना चाहते हैं तो पहले CRISIL(Credit Rating Information Services) की दी गई रेटिंग्स चेक कर लेने चाहिए। इससे आपको यह अंदाज़ा हो जाता है कि आप जहाँ पैसा इन्वेस्ट कर रहे हैं वहां पैसा इन्वेस्ट करना सुरक्षित भी है या नहीं।

सरकारी बैंक के मुकाबले प्राइवेट बैंक और संस्था कई बार ज्यादा इंटरेस्ट देते हैं।

ऑनलाइन एफडी खाता कैसे खोलें?

यहाँ ऑनलाइन एफडी खाता खोलने के स्टेप्स दिए गए हैं -

  1. अपने बैंक के ऑनलाइन बैंकिंग प्लेटफॉर्म में अपने यूजरनेम और पासवर्ड के साथ लॉग इन करें।

  2. वेबसाइट या ऐप पर फिक्स्ड डिपॉजिट विकल्प खोजें।

  3. फिक्स्ड डिपॉजिट खाता शुरू करने के लिए दिए गए फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें।

  4. अगर आपके पास पहले से एक बैंक खाता है, तो आपको फिर से केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने की आवश्यकता नहीं होगी। बैंक के पास आपकी जानकारी पहले से होगी। 

  5. यदि आप एक नए बैंक के साथ फिक्स्ड डिपॉजिट खाता खोल रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी ज़रूरी केवाईसी दस्तावेज और पासपोर्ट साइज की तस्वीर अपलोड या बैंक में जमा करने के लिए तैयार हैं।

  6. पूरा फॉर्म और बैंक द्वारा मांगे गए किसी भी अन्य दस्तावेज़ जमा करें। 

  7. पैसे जमा करें और आपको FD खुल जाएगी। 

ऑफलाइन एफडी खाता कैसे खोलें?

यहाँ ऑफलाइन एफडी खाता खोलने के स्टेप्स दिए गए हैं -

  1. स्थानीय बैंक शाखा में जाकर एक एफडी खाता खोलें।

  2. बैंक के कर्मचारी से फिक्स्ड डिपॉजिट खाता खोलने के लिए आवेदन फॉर्म का अनुरोध करें।

  3. फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें और इसे संबंधित बैंक अधिकारी को जमा करें।

  4. बैंक द्वारा निर्देशित राशि जमा करें और जमा रसीद प्राप्त करें।

  5. यदि आप एक नए बैंक के साथ फिक्स्ड डिपॉजिट खाता खोल रहे हैं, तो एक बैंक अधिकारी से संपर्क करें जो आपको प्रक्रिया के माध्यम से मार्गदर्शन कर सकता है।

  6. इसके अलावा, खाता खोलने की प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए सभी आवश्यक केवाईसी दस्तावेज़ और पासपोर्ट साइज की तस्वीर अपने साथ लाएं।

FD पर टैक्सेशन के नियम 

FD में पैसे जमा करने से उसपर आपको टैक्स देना पड़ता है। आइये उसके नियम जानें -

  • FD पर मिलने वाला ब्याज “Income from Other Sources” में टैक्सेबल होता है।

  • साल में ₹40,000 (सीनियर सिटीजन के लिए ₹50,000) से अधिक ब्याज पर TDS (10%) कटता है।

  • 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।

फिक्स्ड डिपॉजिट की विशेषताएं

FD की निम्नलिखित विशेषताएं हैं - 

Moneyview से Fixed Deposits करवाने के फायदे

Moneyview में आप RBI से एप्रूव्ड अलग अलग बैंकों में FD की दरों की तुलना कर सकते हैं और विभिन्न बैंक और NBFC में फिक्स्ड डिपॉजिट करवा सकते हैं। इसके कुछ फायदे नीचे दिए गए हैं -

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निष्कर्ष

RBI के नियमों के अनुसार बैंक और NBFC फिक्स्ड डिपाजिट का ब्याज दर स्थिर करते हैं। अगर आप ब्याज़ दरों के बारे में जानना चाहते हैं तो यहाँ कुछ बैंक और NBFC की ब्याज दरें मिल जाएँगी।  

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक भरोसेमंद निवेश विकल्प है जो सुरक्षित भी है और रिटर्न भी स्थिर देता है। अगर आप कम जोखिम के साथ बचत बढ़ाना चाहते हैं, तो Moneyview के माध्यम से FD करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।



अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

आप 3 मिनट में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में इन्वेस्ट कर सकते हैं वो भी बिना नया बैंक खाता खोलें, इसके लिए आपको नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करने हैं:

  • Moneyview ऐप डाउनलोड करें और Aadhaar से जुड़े मोबाइल नंबर से लॉगिन करें।

  • Superhome पर फिक्स्ड डिपॉजिट कार्ड पर क्लिक करें।

  • अपनी फाइनेंसियल जरूरतों के हिसाब से RBI-एप्रूव्ड बैंकों और NBFCs में से FD चुनें।

  • अपनी आइडेंटिटी वेरिफिकेशन करने के लिए PAN, Aadhaar, आदि की डिटेल्स दें।

  • अपने बैंक अकाउंट  की डिटेल्स दें ; FD का पैसा समय पूरा होने पर या पार्शियल निकालने के समय इसी अकाउंट में जमा होता है ।

  • UPI या नेटबैंकिंग का उपयोग करके अपना भुगतान पूरा करें।

हां, Moneyview पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) बुक करना पूरी तरह से सुरक्षित है। जब आप निवेश करते हैं, तो आपकी राशि सीधे उस RBI-नियंत्रित बैंक या NBFC में भेजी जाती है, जिसे आपने FD बुक करने के लिए चुना है। इसके अलावा, सभी बैंक FDs के लिए, DICGC (जो RBI की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है) से बीमाकृत रहते हैं।
हाँ! आप चाहें तो समय से पहले FD का पैसा निकाल सकते हैं। यह तरीका अलग अलग बैंक के लिए अलग अलग हो सकता है।
पैसा आपके द्वारा सेलेक्ट किए गए बैंक में ही रहता है। Moneyview केवल इनके साथ पार्टनरशिप करता है और इनके पास आपका कोई पैसा नहीं रहता है।
FD या फिक्स्ड डिपॉजिट एक ऐसा निवेश है जिसमें आप तय ब्याज दर पर तय समय के लिए पैसा जमा करते हैं।

The starting interest rate depends on factors such as credit history, financial obligations, specific lender's criteria and Terms and conditions. Moneyview is a digital lending platform; all loans are evaluated and disbursed by our lending partners, who are registered as Non-Banking Financial Companies or Banks with the Reserve Bank of India.

This article is for informational purposes only and does not constitute financial or legal advice. Always consult with your financial advisor for specific guidance.

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